उन्होंने कहा कि अभी तक न तो मुंबई पुलिस आयुक्त न किसी अन्य अधिकारी ने उनसे इस सिलसिले में कोई सूचना नहीं मांगी। लक्षित हमले को लेकर की गई टिप्प्णी के कारण राजनीतिक गलियारों में आलोचनाएं झेल रहे निरुपम ने उन्हें मिली कथित धमकी के लिए भाजपा सरकार पर दोषारोपण करने का प्रयास किया।
निरुपम ने कहा, क्या विपक्षी नेताओं को गुंडों के लिए जरिए धमकाया जाएगा। मैं जनता से आया नेता हूं। मुझे क्यों धमकाया जा रहा है। अपनी आलोचनाओं से अविचलित निरुपम ने कहा, पहले भी ऐसे हमले हुए हैं। किंतु इस बार इसका राजनीतीकरण किया जा रहा है। हमलों के बारे में साक्ष्य क्यों नहीं मांगे जाने चाहिए। अगर पाकिस्तान हमारे खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है तो साक्ष्य रखे जाने चाहिए। भाजपा पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल सैनिकों के खून पर राजनीति कर रहा है। हम निश्चित तौर पर सवाल पूछेंगे। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
संजय निरुपम का सोशल मीडिया पर मखौल उड़ाए जाने से परेशान उनकी पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर अपने परिवार की सुरक्षा की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे भारत में ‘काफी असुरक्षित’ महसूस कर रहे हैं।