होमवर्क पूरा न करने पर छात्राओं को तीन फरवरी को क्लास में मुर्गा बनाया गया। इसके बाद चार फरवरी को भी होमवर्क पूरा न होने पर उनकी स्कर्ट उतरवाकर उन्हें पूरी क्लास में घुमाया गया। और बाकी छात्राओं को भी कहा गया कि अगर वे भी होमवर्क पूरा नहीं करेंगी, तो उनके साथ भी ऐसा ही बर्ताव किया जाएगा। इस सजा के बाद छात्राओं को इसी हालत में विद्यालय कम्पाउंड में भी राउंड लगवाया गया। इतना ही नहीं उसी हालत में छात्राओं की मोबाइल द्वारा तस्वीरें भी ली गईं।
विद्यालय से छूटते ही लड़कियां घर रोते हुए पहुंचीं और रात भर खाना नहीं खाया। उन्हें परेशान देखकर जब अभिभावक ने उनसे वजह जानने की कोशिश की, तब एक छात्रा ने सोमवार को पूरी आपबीती बताई। यह सुनकर प्रिंसिपल के प्रति अभिभावकों में आक्रोश आग की तरह बढ़ गया।
नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार, घटना की सूचना तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को दिया गया और सोनभद्र के जिलाधिकारी को फैक्स कर सूचना दी गई। इधर, घटना पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमरनाथ सिंह ने कहा कि स्कूल प्रिसिंपल मीना सिंह को निलंबित करने के साथ जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है।