उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जातीय हिंसा को भड़काने और माहौल को खराब करने के आरोप में बीजेपी सांसद के भाई समेत 6 लोगों के खिलाफ हैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इसके साथ ही कोर्ट ने भीमा आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण समेत तीन के खिलाफ भी नॉन बेलेबल वारंट जारी किया।
पुलिस के इस कार्यवाई से स्थानीय बीजेपी नेताओं में अपरातफरी मची हुई है। माना जा रहा है कि पुलिस की तरफ से अब ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां होनी तय हैं। पत्रिका अखबार ने पुलिस सूत्रों के हवाले से लिखा है कि जिन भाजपाइयों के खिलाफ पुलिस ने गैर-जमानती वारंट हासिल किए हैं उनमें सहारनपुर सांसद राघव लखन पाल शर्मा के भाई राहुल पाल शर्मा के अलावा एक मुख्य नाम बीजेपी के सहारनपुर महानगर अध्यक्ष अमित गगनेजा का भी है।
गैर-जमानती वारंट निकलने के बारे में सहारनपुर एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पुलिस पूरी निष्पक्षता के साथ कार्रवाई कर रही है और जल्द ही कई गिरफ्तारियां होने वाली हैं। गौरतलब है कि शब्बीरपुर गांव में पिछले दिनों ठाकुरों और दलितों की बीच हिंसक झड़प हुआ था। मामला तब शुरू हुआ था जब गांव कि ठाकुरों ने एक मंदिर परिसर के अंदर बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने से दलितों को रोका दिया।
इसके बाद में दलितों ने भी 5 मई को ठाकुरों के तरफ से निकाली गई महाराणा प्रताप की जयंती जुलूस को रोक दिया था। इसके बाद दोनों समूदायों के बीच भारी टकराव शुरू हो गया था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग बूरी तरह घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस पर यह आरोप लगा था कि योगी सरकार के दबाव में वो दलितों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई कर रही है।