शिवपाल ने संगठन में क्षेत्रीय, जातीय संतुलन के स्थान पर ‘वफादारी’ पर फोकस किया है। समाजवादी परिवार के संग्राम के समय शिवपाल के साथ रहे ओम प्रकाश सिंह को महासचिव और यादव की ‘इमेज बिल्डिंग’ में चार साल से लगे दीपक मिश्र को पहले प्रवक्ता और अब सचिव नियुक्त किया जाना इसकी नजीर है। हालांकि दीपक सपा के लिए लंबे समय से वैचारिक प्रचार-प्रसार का काम भी कर रहे हैं। जमीर उल्ला खां, नारद राय, अंबिका चौधरी, राम लाल अकेला को कार्यकारिणी सदस्य नामित किया जाना, इसी सिलसिले की कड़ी है।
कार्यकारिणी में जिन 11 मुस्लिम को सदस्य बनाया गया है, उनमें से अधिकतर पुराने कार्यकर्ता हैं। उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव जैसे पदों से इस वर्ग को वंचित रखा गया। पार्टी के चार दर्जन मुस्लिम विधायकों में सिर्फ अलीगढ़ के चर्चित विधायक जमीर उल्ला को ही कार्यकारिणी में स्थान मिला है।कार्यकारिणी में दस महिलाओं को भी स्थान दिया गया है। महिला आयोग की सदस्य व अंबेडकरनगर निवासी विद्यावती राजभर और फैजाबाद निवासी रंजना सिंह को सचिव बनाया गया है। लखनऊ की रजिया नवाज समेत आठ महिलाएं कार्यकारिणी की सदस्य हैं।