लखनऊ : जैसी आशंका थी, वैसा ही हुआ। समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अपनी नई टीम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समर्थकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। महासचिव अरविंद सिंह गोप, उपाध्यक्ष नरेश उत्तम और सक्रिय सचिवों को हटाकर अपनी 81 सदस्यीय नई कार्यकारिणी घोषित की है। इसमें किरनपाल सिंह को उपाध्यक्ष और ओम प्रकाश सिंह को महासचिव नियुक्त किया गया है। कार्यकारिणी में 22 सचिव भी हैं।19 सितंबर को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का दूसरी बार कार्य संभालने के बाद ही शिवपाल यादव ने संगठन में व्यापक फेरबदल के संकेत दिए थे। पहले ही प्रदेश महासचिव अरविंद सिंह गोप व प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी को पद से हटाने की चर्चा आम हो गई थी। गुरुवार को अक्टूबर को शिवपाल यादव ने अपनी 81 सदस्यीय कार्यकारिणी घोषित की, जिसमें पिछली कार्यकारिणी की तुलना में 30 सदस्य अधिक हैं। मई माह में घर वापसी करने वाले किरनपाल सिंह को उपाध्यक्ष पद मिला है। पश्चिमी उप्र के कविता गुमशुदगी कांड को लेकर किरनपाल सिंह काफी चर्चा में रहे हैं। अब तक उपाध्यक्ष पद पर रहे नरेश उत्तम को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है। उम्मीद के मुताबिक ही पयर्टन मंत्री ओम प्रकाश सिंह की महासचिव पद पर वापसी हुई है। उनकी ताजपोशी के लिए अरविंद सिंह गोप को महासचिव पद से हटा दिया गया। आश्चर्यजनक रूप से एमएलसी एसआरएस यादव को सचिव पद से हटाकर कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है।
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