तेलंगाना के मुख्यमंत्री कल्बकुंतल चंद्रशेखर राव यानी केसीआर अपने महंगे शौकों के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं। पिछले दिनों 9 एकड़ में फैले उनका विशाल महल में प्रवेश चर्चा में रहा था। इस बार वे फिर से सुर्खियों में हैं और वजह है उनका तिरुपति मंदिर में साढ़े 5 करोड़ रुपये के गहने चढ़ाना। मंदिर में इसके लिए विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के साथ विशेष विमानों से यहां पहुंचे। चर्चा है कि ये गहने राज्य के बजट से बनवाए गए हैं, न कि खुद केसीआर के पैसों से।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने तिरमाला के निकट स्थित भगवान वेंकटेवश्वर मंदिर में बुधवार को लगभग पांच करोड रुपये मूल्य के स्वर्ण आभूषण दान किये। मंदिर के सूत्रों ने बताया कि दान दिए गए लगभग 19 किलो स्वर्ण आभूषणों की कीमत पांच करोड रुपये है। सूत्रों के मुताबिक देश की आजादी के बाद से 2,000 वर्ष पुराने और दुनिया के सबसे समृद्ध इस मंदिर में किसी राज्य सरकार द्वारा दिया गया यह पहला इतना बडा दान है।
चंद्रशेखर राव ने अपने दान में तिरुपति के भगवान बालाजी को 5.45 करोड़ रुपये के सोने के गहने और देवी पद्मावती को 45 हजार रुपये की नाथुनी चढ़ाई। उन्होंने 14.20 किग्रा. की सोने की सालिग्राम माला और 4.65 किग्रा. का सोने का कंठहार भी चढ़ावे में दान किया। इस हफ्ते के आखिर में केसीआर वीरभद्र स्वामी मंदिर में सोने की मूंछे भी दान करेंगे।
पिछले वर्ष अक्टूबर में राव ने 12 किग्रा. सोने का मुकुट भी दान किया था, मुकुट की कीमत लगभग 3.5 करोड़ रुपये थी।
राज्य के विपक्षी दलों का आरोप है कि मुख्यमंत्री जनता के पैसे को अपनी शौक-मौज में लुटा रहे हैं। राव पर सरकारी धन का इस प्रकार से खर्च करने का आरोप लगता रहा है। हालांकि मंदिर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में राव ने कहा कि वह यहां उपासना करने आए थे और अपने प्रण को पूरा करने के लिए भगवान वेंकटेश्वर को यह चढावा चढाया है।