अमरनाथ आतंकी हमले में बच्चे श्रद्धालुओं ने सुनाई खौफनाक आपबीती

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आतंकी हमले

जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर सोमवार को हुए आतंकवादी हमले में बचे श्रद्धालुओं ने घटना खौफनाक आपबीती बयां की वह दिल दहलाने वाला है। आतंकी हमले में महाराष्ट्र से आई भाग्य मणि भी बुरी तरह जख्मी हो गई थी। उन्हें कई जगह चोटें आई हैं। उनके इलाज के लिए सुरक्षाबलों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। इसी हमले में जिंदा बची निर्मला बताती है कि उन्होंने सोमवार को अपनी बहन को खो दिया है। अपना दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा कि बहन जी के जाने की पीड़ा में उन्हें अपने जख्म भी नहीं दिखाई दे रहे हैं। निर्मला ने अपनी आप बीती सुनाते हुए कहा कि सोमवार को वो बस से अमरनाथ के लिए जा रहे थे। तभी अनंतनाग में कुछ आतंकवादियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरु कर दी। जब तक वो कुछ समझ पाते तब तक लाशें बिछ चुकी थी।
अनंतनाग जिला अस्पताल में भर्ती भाग्य मणि ने कहा, “हम बस में थे, तभी आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरु कर दी। बाहर काफी अंधेरा था हमें कुछ दिखाई नहीं दिया। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि बाहर क्या हो रहा है।” अस्पताल में भर्ती भाग्य मणि और निर्मला ने बताया कि हम लोगों ने अमरनाथ यात्रा के लिए साथ योजना बनाई थी। हमारे साथ महाराष्ट्र और गुजरात के अन्य लोग भी थे। हमारी योजना थी कि अमरनाथ के दर्शन के बाद हम वैष्णो देवी भी जाए। लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था।

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अस्पताल में निर्मला और भाग्यमणि की तरह और अन्य जख्मी यात्री भी दर्द से कराह रहे थे। कुछ यात्री बुरी तरह से जख्मी थे। वे लगातार अपने परिजनों को पुकार रहे थे। इनमें से अधिकाश जख्मी ऐसे थे, जिनके पैरों में गोली लगी हुई थी।

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Source: Jansatta