दिल का दौड़ा पड़ने से तृणमूल कांग्रेस सांसद सुल्तान अहमद की मृत्यु हो गयी। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आपको बता दें कि, सुल्तान अहमद मनमोहन सिंह की सरकार में पर्यटन राज्य मंत्री थे। 64 साल के सुल्तान नारदा घोटाले में भी आरोपी थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर दुख जताया है।
तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वह उलुबेरिया (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। अहमद 1987-91 में और फिर से 1996 -2001 में 2 बार कांग्रेस विधायक भी रहे थे। सुल्तान अहमद ने 1969 में मौलाना आजाद कॉलेज छात्र परिषद और 1973 में युवा कांग्रेस में शामिल हुए थे. वह 1978 से 80 तक युवा कांग्रेस के जिला सचिव थे। 1997 में वो तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्यों में से एक थे।