नई दिल्ली। भाजपा की तमिलनाडु इकाई ने कुछ राजनीतिक दलों द्वारा लगाये जा रहे इन आरोपों का रविवार(23 अक्टूबर) को जवाब दिया कि केन्द्र धार्मिक स्वतंत्रता एवं अधिकारों से संबंधित कानूनों में हस्तक्षेप कर रहा है। पार्टी ने कहा कि तीन बार तलाक कहने की प्रथा से महिलाओं के अधिकार एवं स्वतंत्रता बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
राज्य की पार्टी प्रमुख तमिलिसाई सुंदरराजन ने संवाददाताओं को बताया कि ‘‘तीन बार तलाक कहने की प्रथा तो इस्लामी देशों में भी नहीं चलती। इसके चलते महिलाओं के अधिकार एवं स्वतंत्रता बुरी तरह प्रभावित हो रही है।’’
उन्होंने यह जानना चाहा कि महिलाओं के छोटे-छोटे मुद्दों पर हाय तौबा मचाने वाले राजनीतिक दल एवं संगठन तीन तलाक के मुद्दे पर मौन क्यों हैं। कावेरी मुद्दे पर द्रमुक द्वारा 25 अक्तूबर को बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि इसका कोई नतीजा नहीं निकलेगा।