एमपी कैडर के IAS आशीष वशिष्ठ ने सोमवार को आंध्र प्रदेश कैडर की सलोनी सिडाना से भिंड कोर्ट में शादी कर की। आशीष के मुताबिक, शादी में सिर्फ महज 500 रुपए खर्च हुए। दोनों ने फर्स्ट अटेम्प्ट में ही 2013 में सिविल सर्विसेस एग्जाम क्लियर किया था। मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में ट्रेनिंग के दौरान नजदीकियां बढ़ीं। फिर शादी का फैसला लिया।
नोटबंदी के दौर में शादी वाले घर पैसों की दिक्कत से गुजा रहे हैं। हालांकि मोदी सरकार ने शादी वाले परिवारों को 2.50 लाख रुपए निकालने तक की छूट दे दी है उसके बावजूद लोगों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। इन सब के बीच दो आईएएस ने बहुत साधारण तरीके से शादी करके लोगों के सामने मिसाल कायम की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शादी में महज 500 रुपए खर्च हुए हैं। आशीष वशिष्ठ ने बताया कि उनकी पहली मुलाकात ट्रेनिंग सेंटर में हुई थी। दोनों ने एक साथ ट्रेनिंग ली है। जब उनसे लव मैरिज को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अरेंज मैरिज है। फिलहाल भिंड के गोहद में एसडीएम हैं, तो सलोनी भी प्रोबेशनर अफसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वह अभी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एसडीएम हैं।
आशीष ने बताया कि कैडर बदलने के लिए दोनों को विधिवत तौर पर शादी करना जरूरी था। इस इस वजह से एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने भिंड के एडीएम कोर्ट में शादी के लिए आवेदन दिया था। उन्होंने बताया कि कैडर बदलने की प्रक्रिया में एक से दो महीने का समय लगता है। आशीष ने बताया कि वह राजस्थान के अलवर से ताल्लुक रखते हैं जबकि उनकी पत्नी सलोनी पंजाब के जलालाबाद की रहने वाली हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले सूरत जिले में भी एक जोड़े ने 500 रुपए कैश में शादी की थी। सूरत में हुई इस शादी पर केवल 500 रुपये का खर्च आया। इतने कम खर्चे में हुई अपनी शादी पर दुल्हन दक्षा ने कहा, “शुरू में जब मोदीजी ने नोटबंदी की घोषणा की थी तो हम परेशान हो गए थे, क्योंकि हमारी शादी की तारीख पहले से तय हो रखी थी। बाद में स्थिति का सामना करते हुए हमने शान-ओ-शौकत के बिना शादी करने का फैसला लिया। मेहमानों को हमने चाय-पानी पिलाकर उनकी खातिरदारी की।”