बताया जा रहा है कि प्रदेश के जेल प्रशासन ने शनिवार (29 अप्रैल) को वाराणसी, आगरा और बरेली के मानसिक आश्रयगृहों को पत्र भेजकर विचाराधीन कैदियों के स्वास्थ स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है। अभी तक 18 ऐसे विचाराधीन कैदियों की शिनाख्त हो चुकी है जो विभिन्न मानसिक अस्पतालों में भर्ती थे। मीणा ने कहा, “इन सभी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।” मीणा के अनुसार पुलिस को सूचना मिली है कि अस्पताल में भर्ती विचाराधीन गैंगस्टरों से मिलने उनके गैंग सदस्य अक्सर आते रहते हैं।
मुख्तार अंसारी को लखनऊ जेल से बांदा जेल, अतीक अहमद कौ नैनी जेल से देवरिया जेल, मुन्ना बजरंगी को झांसी जेल से पीलीभीत जेल, शेखर तिवारी को बाराबंकी जेल से महाराजगंज जेल भेजा जा चुका है।मुख्यमंत्री बनने के बाद 30 मार्च को कानून-व्यवस्था की पहली समीक्षा बैठक में सीएम योगी आदित्य नाथ ने सूबे के पुलिस और जेल अधिकारियों को कड़ाई बरतने का निर्देश दिया था।































































