कानपुर। शहर के चकेरी इलाके में एक लावारिस कार की डिकी में तीन बोरे डेटोनेटर मिले लेकिन पुलिस ने इस मामले को मीडिया से छुपाये रखा और लखनउ में एटीएस को जानकारी दी। बाद में जब एटीएस ने जांच की तो पता चला कि यह डेटोनेटर है और इनका इस्तेमाल माइन्स में विस्फोट के अलावा आतंकी घटनाओं में किया जा सकता है। कार में बिहार की नंबर प्लेट लगी थी।
कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि बुधवार 6 जून की शाम एक लावारिस कार चकेरी के जाजमउ इलाके में मिली। ट्राफिक पुलिस उस गाड़ी को लावारिस समझ कर पुलिस लाइंस ले आयी और खड़ी कर दी। कल जब उसकी तलाशी ली गयी तो उसकी डिकी में तीन बोरी में भरे करीब 2000 डेटोनेटर बरामद किये गये। इस पर पुलिस ने लखनउ एटीएस की टीम को सूचित किया तो उसने आकर जांच की तो पता चला कि यह खतरनाक डेटोनेटर है और इसका इस्तेमाल माइन्स में विस्फोट के साथ साथ आंतकी घटनाओं में भी किया जा सकता है ।
माथुर ने बताया कि कार पर बिहार की नंबर प्लेट लगी है तथा कार के अंदर इलाहाबाद की एक टूटी हुई नंबर प्लेट भी मिली है । कार के अंदर मिले कागजों के आधार पर जानकारी जुटाई जा रही है । पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह डेटोनेटर कहां से आये थे और कहां जा रहे थे । एटीएस के अधिकारी भी इस मामले की जांच में जुटे है ।