
पूनम ने यह भी कहा कि आप में युवाओं को चमकने का मौका मिल सकता है। पार्टी ज्वाइन करने के बाद पूनम ने कहा, ‘मैं आप में भविष्य देखती हूं खासकर युवा लोगों के लिए। मैंने बीजेपी अरुण जेटली द्वारा किए गए बुरे बर्ताव की वजह से छोड़ी। बहुत बार वादा करने के बावजूद उन्होंने हमें टिकट नहीं दी। इसके साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्होंने मेरे पति को ही सस्पेंड कर दिया। बीजेपी दौहरा रवैया अपना रही है।’ पूनम ने 500 और 1000 के नोट को बंद करने के फैसला का भी समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा कि फैसले से आम लोगों को परेशानी हो रही है।
वहीं, इंडियन एक्सप्रेस के बात करते हुए कीर्ति आजाद ने कहा, ‘मैंने एक बार उसे राजनीति से दूर रहने के लिए राजी कर लिया था। लेकिन अगर मैं दोबारा ऐसा करूंगा तो मेरे खिलाफ महिला का शोषण करने का आरोप लग सकता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मेरी पत्नी ने बीजेपी को इतने साल दिए लेकिन उसके काम को कोई पहचान नहीं मिली। इसको देखकर उसने खुद ही निर्णय लिया है। उसे दो बार विधानसभा का टिकट नहीं मिला क्योंकि बीजेपी के एक सीनियर नेता का नाम वहां से रिजर्व था। बेटे को भी एक बार एमसीडी का टिकट नहीं दिया गया।
कीर्ति आजाद बिहार के दरभंगा से सासंद का चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। उन्हें दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) में भ्रष्टाचार की बात करने पर बीजेपी से सस्पेंड कर दिया गया था।































































