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आरएसएस के छात्र विंग एबीवीपी के सदस्य के तौर पर उनकी छवि एक विद्रोही की थी। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में उन्होंने छात्र संघ का चुनाव बतौर विद्रोही उम्मीदवार के तौर पर एबीवीपी और आरएसएस समर्थित उम्मीदवार के खिलाफ जीता था।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले सिन्हा को 70 के दशक में प्रतिष्ठित बीएचयू में इंजीनियरिंग में एडमिशन मिला। एबीवीपी से जुड़ने के बाद उनका राजनीतिक कार्यकर्ता बाहर आया। उन दिनों को याद करते हुए एक बीजेपी नेता कहते हैं कि वे दिन व्यस्त राजनीतिक गतिविधियों वाले थे।
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