उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है, और इस चुनौती को पूरा करने के लिए बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ पर विश्वास जताया है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ को कई ऐसे फैसले लेने होंगे जो यूपी की पहचान एक उत्तम प्रदेश के तौर पर करा सकें। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ शपथ लेते ही एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। रविवार को योगी आदित्यनाथ ने सीएम पद की शपथ ली और शपथ ग्रहण करते ही पांच बड़े फैसले ले डाले। योगी आदित्यनाथ ने यूपी की जनता को विश्वास दिलाया कि सरकार राज्य में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने और सबके विकास के लिए सरकार काम करेगी।
योगी आदित्यनाथ के पांच बड़े फैसले –
- 15 दिन में मंत्री देंगे अपनी संपत्ति का ब्यौरा
सीएम बनते ही योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने मंत्रियों के साथ अनौपचारिक मीटिंग की. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान योगी सरकार की ओर से एक बड़ा ऐलान किया गया। यूपी की बीजेपी सरकार ने अपने सभी मंत्रियों को 15 दिन के भीतर प्रॉपर्टी का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक करने को कहा गया है। इसी के साथ योगी सरकार ने साफ कर दिया कि भ्रष्टाचार के मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर फोकस
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के सपनों को साकार करने के लिए रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीजेपी के संपल्पपत्र में किए गए वादे पूरे किए जाएंगे।
- मंत्रियों को अनाप-शनाप बयान से दूर रहने को कहा
अपने बयानों से अक्सर विवाद में आने वाले योगी आदित्यनाथ ने यूपी का सीएम बनते ही मंत्रियों को अनाप-शनाप बयान से दूर रहने को कहा है।
- यूपी सरकार के लिए दो प्रवक्ताओं की नियुक्ति
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दो मंत्रियों श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थ नाथ सिंह को यूपी सरकार का प्रवक्ता नियुक्त किया है। ये दोनों नेता पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में मीडिया सेल के प्रभारी रह चुके हैं।
- ग्रामीण इलाकों पर विशेष ध्यान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि खेती को यूपी के विकास का आधार बनाया जाएगा और किसानों की उन्नति सरकार की प्राथमिकता में होगी। साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि ग्रामीण इलाकों के विकास के लिए अलग से योजना बनाकर काम किया जाएगा।