पांच राज्यों में चुनाव का ऐलान होते ही यूपी समेत पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू हो चुकी है और इसी के साथ सीएम अखिलेश की पावर भी ख्तम हो चुकी हैं। यूपी में आचार संहिता लागू होते ही नए सियासी समीकरण बनते नज़र आ रहे हैं। सूबे में सीएम अखिलेश का पक्ष कमजोर पड़ता नज़र आ रहा है तो उनके पिता मुलायम सिंह यादव के लिए अच्छे दिनों की शुरूआत होने जा रही है। इसके पीछे वजह ये है कि यूपी में आचार संहिता लागू होते ही सरकार की लगाम सीएम अखिलेश के पास नहीं बल्कि नसीम जैदी के हाथों में है। गौरतलब है कि नसीम जैदी मुलायम सिंह यादव के पुराने करीबी रहे हैं।
ऐसे में अखिलेश और उनके चाचा रामगोपाल यादव की पावर जहां एक तरफ कम होती दिखाई दे रही है वहीं दूसरी तरफ राजनीति के अखाड़े के पुराने महारथी मुलायम सिंह यादव एक बार फिर पॉवरफुल हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक जैदी भले ही मुलायम को नजायज लाभ ना दें, लेकिन वह अखिलेश और राम गोपाल के दबाव में आने वाले नहीं हैं। बताया जाता है कि अगर फैसला चुनाव आयोग के हाथ में गया तो मुलायम का जो हक है, वह हक जैदी उनको देने में कोई देर नहीं करेंगे। फिलहाल बाप-बेटे कि इस लड़ाई में कौन किस पर भारी पड़ता है। यह तो वक्त ही बातयेगा। लेकिन इतना तो तय है कि अब अखिलेश हो या राम गोपाल मुलायम किसी के आगे झुकने वाले नहीं। क्योंकि मुकाबला अब बराबरी का है।
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