सोमवार को चुनाव आयोग से साइकिल का निशान मिलने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह बाप-बेटा का मामला था। नेताजी का आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, मेरा पिता मुलायम सिंह से रिश्ता कभी नहीं टूट सकता। उनकी और मेरी लिस्ट 90 प्रतिशत एक जैसी है। उन्होंने कहा कि साइकिल का चुनावी निशान मिलेगा, इसकी पूरी उम्मीद थी। पहली लड़ाई हमने जीत ली है अब असली की तैयारी करनी है। अखिलेश यादव ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन की बात चल रही है और प्रो.रामगोपाल इस बारे में बातचीत कर रहे हैं। इसका ऐलान लखनऊ से किया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि अब हमारे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है, अब सारा ध्यान दोबारा सरकार बनाने पर है।
बता दें, पिछले कई हफ्तों से समाजवादी पार्टी में साइकिल को लेकर पिता पुत्र की लड़ाई में आखिरकार सोमवार को चुनाव आयोग का फैसला आ गया। चुनाव आयोग ने सपा को अखिलेश के हाथों में सौंपा। चुनाव आयोग ने फैसला लेने से पहले ‘साइकिल’ फ्रीज करने के कानूनी पहलुओं पर भी विचार किया लेकिन साइकिल को फ्रीज करने में सबसे बड़ा कानूनी पेंच यह था कि पार्टी में कोई टूट नहीं हुई थी।