जिस गठबंधन के भरोसे अखिलेश यादव यूपी में 300 सीट जीतने का दाव लिए उतरे थे इस चरण में उसकी गांठ साफ दिख रही है। अमेठी से एसपी सरकार के सबसे चर्चित मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति उम्मीदवार हैं। खनन घोटाले को लेकर विपक्ष के लगातार निशाने के बीच सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रेप का भी मुकदमा होने से गायत्री की मुसीबत और बढ़ गई है।
असर यह रहा कि यहां सभा करने के बाद भी सीएम अखिलेश यादव उनका नाम लेने में संकोच कर गए। दूसरी ओर कांग्रेस नेता संजय सिंह की दोनों पत्नियां गायत्री की राह रोकने को खड़ी है। पहली पत्नी गरिमा सिंह बीजेपी से उम्मीदवार हैं तो दूसरी पत्नी अमीता सिंह गठबंधन दरकिनार कर कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। इसके चलते राहुल-प्रियंका तक प्रचार में असहज दिख रहे हैं। बगल की सुलतानपुर जिले की सदर सीट पर सीएम अखिलेश के करीबी विधायक अरुण वर्मा भी विवाद में फंसे हैं।
उन पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती की हत्या का मामला तूल पकड़ चुका है। हालांकि सुलतानपुर में बीजेपी की मुसीबत खुद उसके ही सांसद वरुण गांधी बढ़ा रहे हैं। अब तक वह पार्टी प्रत्याशियों से किनारा किए हुए हैं।
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