सोशल मीडिया और ऑनलाइन चैटिंग ग्रुप्स में जोक्स और किसी को ट्रोल करना आप सभी को पसंद है, लेकिन अब आपको ये आदतें छोड़नी होगी क्योंकि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाना और किसी का मजाक उड़ाने पर आपके खिलाफ आपराधिक मुकदमा हो सकता है। WhatsApp और सोशल मीडिया ग्रुप में कई बार उल्टे-सीधे और अफवाह फैलानी वाली न्यूज आती है और आपको भी पता होता है कि वह गलत है लेकिन इंटरेस्टिंग न्यूज होने के कारण आप उसे आगे सेंड कर देते हैं। यदि आप भी किसी WhatsApp ग्रुप के एडमिन हैं तो आज ग्रुप में आने वाले सभी मैसेज पर ध्यान दीजिए नहीं तो आप मुसिबत में पड़ सकते हैं।
दरअसल वाराणसी में हाल के कुछ दिनों में हुई घटनाओं के बाद जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए WhatsApp ग्रुप के लिए फरमान जारी कर दिया है। आदेश के मुताबिक किसी भी अभद्र, भ्रामक, अश्लिल और अफवाह फैलाने वाले मैसेज के लिए WhatsApp ग्रुप एडमिन को जिम्मेदार बनाया जाएगा। वाराणसी के डीएम योगेश्वर राम मिश्र और एसएसपी नितिन तिवारी ने अपने आदेश में साफ-साफ कहा है कि व्हाट्ऐप ग्रुप का एडमिन वही बने तो ग्रुप की जिम्मेदारी उठा सके। एडमिन को यह पता होना चाहिए कि कौन सा मैसेज सही है और कौन सा अफवाह।
आदेश में कहा गया है कि ग्रुप में आए अफवाह और गलत मैसेज को रोकना और मैसेज सेंड करने वाले को बताना कि यह अफवाह है एडमिन की जिम्मेदारी है। साथ ही ऐसे लोगों को ग्रुप को बाहर करने का अधिकार भी एडमिन के पास है। आदेश के मुताबिक भ्रामक और अफवाह फैलाने वाले पोस्ट के लिए एडमिन के खिलाफ थाने में शिकायत भी की जा सकती है और यदि एडमिन WhatsApp ग्रुप में भ्रामक मैसेज भेजने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो एडमिन के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होगा।