मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक मुस्लिम परिवार के मुखिया का कहना है कि उन्होंने बिना किसी दबाव के हिंदू धर्म स्वीकार किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पूर्वज हिंदू थे, लेकिन कुछ लोगों ने दबाव डालकर उनके परिवार को मुस्लिम बना दिया। अब उन्होंने दोबारा हिंदू धर्म में लौटने का फैसला किया है।
घर वापसी कुछ हिंदू संगठनों द्वारा चलाया गया एक धर्मांतरण अभियान है। जिसमें गैर-हिंदुओं का धर्म-परिवर्तन करा कर उन्हें हिंदुत्व में वापस शामिल कराया जाता है। हिंदू संगठनों का कहना है कि इस अभियान के तहत सनातन धर्म से बिछड़कर मुसलमान या ईसाई हो गए लोगों को पुन: सनातन धर्म में लाने की प्रक्रिया है। साल 2014 के अंत यूपी के आगरा में 57 मुस्लिमों की कथित घर वापसी को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसको लेकर संसद में भी विपक्ष ने हंगामा किया था। इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष ज़ाहिर करते हुए संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने लोक सभा में कहा था, “देश के सभी राज्यों में धर्म-परिवर्तन विरोधी कानून होना चाहिए। सरकार ऐसा कानून लाने के लिए तैयार है।”