यूपी के सबसे बड़े सियासी कुनब में इस वक्त घमासान मचा है। समाजवादी पार्टी में अंदर ही अंदर शह और मात का खेल चल रहा है। इसी बीच रामगोपाल यादव ने मुलायम को पहली बार तल्ख चिट्ठी लिखी है। सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव को पत्र के जरिए इतिहास पर विचार करने का भी परामर्श दिया। इस चिट्ठी के बाद समाजवादी पार्टी में चल रही अंतर्कलह की खबरें औज तेज हो गई हैं।
सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने कहा सीएम का नाम चुनाव बाद घोषित होगा। मुलायम के इस फैसले से चाचा शिवपाल खुश हैं, लेकिन रामगोपाल नाराज हैं। रामगोपाल यादव ने चिट्ठी लिखकर मुलायम सिंह से फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है। रामगोपाल ने चिठ्ठी में लिखा है कि अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर आगे नहीं करना अखिलेश को कमजोर करना होगा। ऐसा करना पार्टी के लिए बड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है। रामगोपाल यादव ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि इस समय अखिलेश को आपके मजबूत साथ की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि अखिलेश को सीएम चेहरे के तौर पर आगे नहीं करने से कार्यकर्ताओं और पार्टी कैडर में कन्फ्यूजन फैलेगा जो हित में नहीं है।
चिट्ठी लिखने के बाद मुलायम सिंह ने रामगोपाल यादव को मिलने के लिए बुलाया। सूत्रों के मुताबिक, मुलायम सिंह ने बजाए रामगोपाल की बात मानने के उल्टे रामगोपाल यादव को झिड़की दी और नाराजगी का इजहार किया।
अगले स्लाइड में पढ़ें – रामगोपाल की चिट्ठी में मुलायक को क्या-क्या नसीहत दी गईं ?