नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की एक अदालत ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरकार के मंत्री रविदास मेहरोत्रा को भगोड़ा घोषित कर दिया है। साथ ही मेहरोत्रा के खिलाफ एक बार फिर से गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है। इस केस की अगली सुनवाई 29 जनवरी को होगी।
आपको बता दें कि मेहरोत्रा अखिलेश सरकार में मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री है। उन्हें दो महीने पहले ही अखिलेश यादव सरकार में स्वास्थ, परिवार तथा मातृ व शिशु कल्याण मंत्री बनाया गया था। कोर्ट ने मंत्री को एक पुराने आपराधिक मामले में बीते एक साल से अदालत में उपस्थित नहीं होने के कारण भगोड़ा घोषित किया है।
दरअसल, यह मामला लखनऊ के महानगर थाने का है। नौ अगस्त, 2002 को रविदास मेहरोत्रा और अन्य ने अकबर नगर इलाके में अवैध निर्माण हटाने के लिए जारी विभागीय नोटिस के विरोध में सड़क जाम किया था, जिससे आम जनता को परेशानी हुई थी और कानून एवं व्यवस्था प्रभावित हुई थी।
जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मेहरोत्रा समेत स्थानीय लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में एक पूर्व विधायक भी आरोपी थे, जिनकी मौत हो चुकी है। दो अगस्त, 2014 और 24 जनवरी, 2016 को हुई सुनवाई में करीब सभी आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, अन्य लोगों के मुकदमे का निस्तारण तो हो गया, लेकिन मेहरोत्रा अभी फरार चल रहे हैं।