Use your ← → (arrow) keys to browse
गौरतलब है कि सपा-कांग्रेस में गठबंधन के चलते राज्य की कुल 403 सीटों में से सपा 298 और कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, लखनऊ के अलावा अभी अमेठी और रायबरेली की 10 विधानसभा सीटों पर भी दोनों ही पक्षों के बीच गतिरोध बरकरार है। जानकारों का कहना है कि ऐसी स्थिति में भाजपा को फायदा मिलना तय है।
कानपुर शहर की तीन प्रमुख विधानसभा सीटों पर भी सपा-कांग्रेस के बीच पेंच फंस गया है। वैसे शहर की पांचों सीटों पर सपा ने अपने उम्मीदवार पहले से ही उतार दिए हैं, लेकिन कांग्रेस का दावा है कि समझौते के तहत शहर की तीन सीटों कैंट, किदवईनगर और गोविंदनगर पर वह चुनाव लड़ेगी।
Use your ← → (arrow) keys to browse