225 सिखों को कालीसूची से हटाया गया, 73 नाम सूची में अभी भी शामिल

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नई दिल्ली। भारत विरोधी या विध्वंसकरी गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल होने के कारण सरकार की कालीसूची में शामिल किये जाने वालों की सूची में से 225 सिखों के नाम पिछले चार वर्षों में हटाये गये हैं। सुरक्षा बलों द्वारा विभिन्न स्तरों पर वर्ष 1980 से बनायी गयी 298 सिखों की इस सूची से ये नाम हटाये गये हैं।

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इस कालीसूची में भारतीय मूल के ऐसे लोगों के नाम शामिल थे जो देश से बाहर भारत विरोधी या तोड़फोड़ की गतिविधियों में कथित तौर पर शामिल थे। ऐसे लोगों का देश में प्रवेश निषेध किया गया था।

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि हमने पिछले चार वषरे में सूची की छंटाई की है। हाल ही में हमने ऐसे 36 सिखों के नाम सूची से हटाये जो बाहर बसे हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि काली सूची में 73 लोगों के नाम बने हुए हैं और इन्हें चरणबद्ध तरीके से हटाये जाने की उम्मीद है।

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उल्लेखनीय है कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यभार संभालने के बाद ऐसे मामलों की नियमित समीक्षा करने के लिए कोई व्यवस्था बनाने के लिए गृह मंत्रालय को निर्देश देने का आग्रह किया था।

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बादल ने कहा था कि वह चाहते हैं कि जिन लोगों के खिलाफ कोई मामला या कानूनी प्रक्रिया नहीं चल रही है, उनका नाम सूची से हटाया जाए। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भी गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा था।