खालिद को CIA की एक गुप्त जेल में रखा गया है। इस पत्र में खालिद ने आगे लिखा है, ‘अगर तुम्हारी अदालत मुझे उम्रकैद की सजा देती है, तो मैं अपनी पूरी जिंदगी जेल की कोठरी में अकेले बैठकर अल्लाह की इबादत करने में खुश रहूंगा। मैं अल्लाह के आगे अपने सभी गुनाहों और बुरे कर्मों के लिए माफी मांगूंगा।’ उसने आगे लिखा है, ‘और अगर तुम्हारी अदालत मुझे मौत की सजा देती है, तो मैं और ज्यादा खुश होऊंगा क्योंकि मैं अल्लाह और पैगंबरों से मिल सकूंगा। मेरे जिन दोस्तों को तुमने अधर्म से मार डाला, उन सभी से मरने के बाद मेरी मुलाकात होगी। मैं शेख ओसामा बिन लादेन को भी देख सकूंगा।’
खालिद और उसके साथियों पर विमान अपहरण, आतंकवाद और करीब 3,000 लोगों की हत्या करने का आरोप है।
अगले पेज पर देखिए- 9/11 का वीडियो