नई दिल्ली। मिस्र की राजधानी काहिरा में कॉप्टिक ईसाईयों के चर्च को निशाना बनाकर रविवार(11 दिसंबर) को धमाका किया गया। इस धमाके में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल हैं।
स्थ्य मंत्री अहमद इमाद ने जारी बयान में बताया कि यह धमाका सेंट मार्क्स कैथेड्रल में सुबह दस बजे के करीब तब हुआ, जब अल्पसंख्यक समुदाय के लोग वहां प्रार्थना के लिए उपस्थित थे। यह हालिया समय में अल्पसंख्यक ईसाई लोगों पर आतंकवादियों का सबसे बड़ा हमला है।
सूत्रों ने बताया कि हमले में कम से कम छह बच्चों की भी मौत हुई है। अब तक किसी भी आतंकी संगठन ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर हमले का जश्न मनाया है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 12 किलोग्राम टीएनटी विस्फोटक से भरी डिवाइस से गिरजाघर में महिलाओं की पंक्ति की ओर हमला किया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दिन में 11 बजे प्रार्थना के वक्त सेंट मार्क गिरजाघर में विस्फोट हुआ।