इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावले ने पाकिस्तान को जैतून की शाखा भेंट की है। इसे भारत की द्विआयामी रणनीति के तहत उठाया गया कदम बताया जा रहा है। जहां उच्चायुक्त पड़ोसी देश तक पहुंच बनाने में लगे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हुई जी-20 देशों की बैठक में पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक बताकर हमला बोला। विदेशी रिश्तों पर कराची काउंसिल को दिए भाषण में बंबावले ने कहा कि व्यापार बढ़ाने के लिए, पाकिस्तान द्वारा भारत को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ”व्यापार मेलों में हिस्सेदारी और बढ़ाने की जरूरत है। ज्यादा से ज्यादा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों को भारत का दौरा करना चाहिए। कदम से कदम बढ़ाकर इसे करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।” बंबावले ने चीन के साथ रिश्ते बेहतर करने में मुश्किल पर उन्होंने दोनों देशों के राजनैतिक मुद्दों की तुलना भी की। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे व्यापार के जरिए रिश्तों को सामान्य करने में मदद मिली।
भारतीय राजनयिक ने कहा कि राजनैतिक मुद्दे सुलझने में समय लेते हैं, लेकिन देश छोटे मुद्दों को सुलझाकर शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ”हमारा चीन के साथ सीमा विवाद है लेकिन हमने आगे बढ़ने के लिए अन्य रिश्ते बनाने का फैसला किया। आज, वे हमारे सबसे बड़े कारोबारी पार्टनर्स हैं। हमें बेहद नीचे लटकने वाले फल को पकड़कर शुरुआत करनी चाहिए।” स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मोदी के भाषण में बलूचिस्तान के जिक्र पर बंबावले ने कहा, ”प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस भाषण में जो कहा, वह उन्हें मिले पत्रों के संदर्भ में था।” हालांकि कश्मीर हिंसा पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ”यह भारत का आंतरिक मामला है। भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में परेशानियां हैं और आपको (पाकिस्तान) को दूसरे देशों की समस्याओं में झांकने की बजाय अपनी समस्याओं को दूर करने पर ध्यान देना चाहिए।”
पाकिस्तान के साथ बेहतर रिश्तों की उम्मीद के साथ बंबावले ने कहा कि सार्क देशों की बैठक के लिए मोदी इस्लामाबाद आने की सोच रहे हैं।