नई दिल्ली। म्यांमार की विदेश मंत्री और स्टेट काउंसलर आंग सान सू की ने मंगलवार(18 अक्टूबर) को कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सभी सर्जिकल हमले के सभी मामलों को एक ही तरह से नहीं देखा जा सकता है। सर्जिकल हमलों को हर मामले में अलग-अलग कर देखा जाना चाहिए।
सू की से पूछा गया था कि अगर आतंकवाद का सबूत भारत के पास हो तो क्या उनका देश सर्जिकल हमले का समर्थन करेगा। नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी की नेता का कहना था कि हम अहिंसा में विश्वास रखते हैं और सर्जिकल हमला भी एक तरह से हमले का हिंसक रूप ही है। हम गांधी जी द्वारा बताए गए लक्ष्यों को शांति के माध्यम से ही आतंकवाद के इस युग में प्राप्त कर सकते हैं।
सू की ने एक समाचार चैनल से कहा कि वह नहीं मानतीं कि हमें यह कहते हुए अपने सिद्धांतों को नीचे रख देना चाहिए कि सभी सर्जिकल हमले सही हैं। हमें हर मामले को अलग-अलग कर देखना होगा। पिछले साल भारतीय सेना ने म्यामार की सीमा के पास आतंकवादी समूहों के खिलाफ अभियान चलाया था।