आखिरकार पाकिस्तान ने भी यह स्वीकार कर लिया है कि जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद आतंकी गतिविधियों से जुड़ा रहा है। दरअसल हाफिज ने लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उसने कहा था कि इसे कई महिनों से गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा गया है। जिस पर पाक गृहमंत्रालय ने हाई कोर्ट में हलफनामा दायर कर यह माना कि हाफिज के आतंकी गतिविधियों में लिंक हैं।
अपने पत्र में मंत्रालय ने कहा कि सईद को को एंटी टेररेज़म एक्ट के तहत हिरासत में रखा गया है। हाफिज पर पाकिस्तान में भी शांति को अस्थिर करने का आरोप है। अपने पत्र में मंत्रालय ने माना कि उनके पास इस पर भरोसा करने के कारण हैं कि जेयूडी आतंकी गतिविधियों में शामिल रही है।
इस पत्र को पाकिस्तान के स्वीकारनामे के तौर पर भी देखा जा रहा है। जिसमें पाक हाफिज के आतंकी होने की बात स्वीकार कर रहा है। सरकार ने पाकिस्तान में हुए धमाकों के बाद 30 जनवरी को सईद समेत जेयूडी और एफआईएफ के पांच नेताओं को एंटी टेररेज़म एक्ट के गिरफ्तार किया गया था। सईद पर यूएस ने आतंकी गतिविधियों में शमिल रहने के लिए 10 मिलियन डॉलर (64 करोड़ रुपये) का इनाम भी रखा है।