पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी PoK के चीफ जस्टिस ने अपने कोर्ट के कर्मचारियों को आदेश दिया है कि ज्यादा वेतन और प्रमोशन चाहिए तो नियमित रूप से समय पर नमाज़ अदा करें। साथ ही कहा कि काम भी पूरी ईमानदारी से करें। नए चीफ जस्टिस इब्राहिम जिया ने शनिवार को ही पद संभाला है। खुद शपथ लेने के बाद जिया ने कोर्ट के सभी कर्मचारियों को शपथ दिलाई। पाकिस्तान की अदालत में ऐसा पहली बार हुआ है।
जस्टिस इब्राहिम PoK के 12वें चीफ जस्टिस हैं। अपने आदेश में उन्होंने कहा है कि अब से तन्ख्वाह में तरक्की और इज़ाफा कर्मचारियों के नियमित समय पर नमाज़ अदा करने पर निर्भर होगा। इस आदेश के मुताबिक कोर्ट के सभी कर्मचारियों के लिए नमाज अदा करना जरूरी कर दिया है।
नामज अदा न करने वालों पर खुफिया नज़र
जस्टिस जिया ने कहा कि वे खुद नमाज की सदारत करेंगे। कौन नमाज़ पढ़ रहा है और कौन नहीं इसके लिए खुफिया तौर पर हर किसी पर नज़र रखी जाएगी। हालांकि नज़र रखने का तरीका नहीं बताया गया है। मुस्लिमों को पांच वक्त की नमाज पढ़ना जरूरी बताया गया है।