पाकिस्तान की सीमा से सटे आफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हाल में हुए हमले को लेकर अफगानिस्तान सरकार ने बड़ा खुलासा किया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान की धरती पर रची गई थी। आपको बता दें कि इस आतंकी हमले में एक प्रोफेसर और कुछ छात्रों समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी।
अफगानिस्तान सरकार ने गुरुवार को कहा कि इस दौरान भयभीत छात्र जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद रहे थे। आतंकियों का यह हमला बुधवार की शाम एक कार में जोरदार विस्फोट के साथ शुरू हुआ था। इसके बाद आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और गोलियां बरसाते हुए फॉरन स्टाफ और लोगों के लिए ठहरने के लिए बने कॉम्प्लेक्स में जा घुसे।
बुधवार रात से शुरू हुआ ये हमला अगले दिन यानी गुरुवार की सुबह तक चला। इस हमले में जहां 13 लोगों की मौत हुई वहीं अफगानी सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के मुताबिक यह आतंकी एक कम्पाउंड में छिप गए थे और अंदर से ही लोगों पर फायरिंग कर रहे थे। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में बताया कि हमले में 7 छात्र, तीन सुरक्षा कर्मी, दो सुरक्षा बलों के जवान और एक प्रफेसर की मौत हो गई। इस महीने यूनिवर्सिटी में यह दूसरी आतंकवादी घटना है।
हमलों से मजबूत होगा हमारा मनोबल, डटकर करेंगे आतंकवाद का मुकाबला: अफगान राष्ट्रपति
अमेरिका के समर्थन वाली अशरफ गनी सरकार को चुनौती देने वाले इस हमले की जिम्मेदारी अफगान तालिबान और इस्लामिक स्टेट की स्थानीय इकाई ने ली है। अशरफ गनी ने एक बयान में इस हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा है कि यह अफगानिस्तान की प्रगति को रोकने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसे हमले आतंकवाद के खिलाफ सरकार के लड़ने की इच्छा को मजबूत ही करेंगे। अफगानिस्तान ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि उस पर हमलों के लिए आतंकी पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इस खुलासे के बाद आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हो रही है। इससे पहले भारत में हुए आतंकी हमलों का तानाबाना भी पाकिस्तान में बुना जा चुका है। सच्चाई तो ये है कि अपनी ही सरज़मी पर आतंकवाद को पनाह देने वाला आतंकवाद.. अब धीरे-धीरे पाकिस्तान को भी डस रहा है।