नई दिल्ली। भारत और अमेरिका छह परमाणु संयंत्रों के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने पर मंगलवार(30 अगस्त) को सहमत हुए तथा उन्होंने परमाणु उर्जा एवं अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
दूसरी भारत-अमेरिका रणनीतिक एवं वाणिज्यिक वार्ता के लिए भारत यात्रा पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि उनका देश भारत के साथ असैन्य परमाणु सहयोग चाहता है, ताकि रिएक्टरों की स्थापना को आकार दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि हम छह वेस्टिंगहाउस परमाणु संयंत्रों की दिशा में आगे बढ़ने पर सहमत हुए जो 60 लाख भारतीयों की उर्जा जरूरतों को पूरा करेंगे और कहने की जरूरत नहीं कि यह बड़ी संख्या में नौकरियां भी प्रदान करेंगे।
केरी ने कहा कि हमारा असैन्य परमाणु सहयोग लाखों भारतीय परिवारों के लिए किफायती स्वच्छ उर्जा लाएगा, क्योंकि हम सुरक्षित और आधुनिकतम परमाणु उर्जा के इस्तेमाल में साथ साथ आगे बढ़ते हैं।