पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दूतों ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरू करने और तनाव कम करने के लिए अमेरिका ‘भारत पर दबाव बनाने में सकारात्मक भूमिका’ निभा रहा है। कश्मीर मामलों पर शरीफ के विशेष दूत मुशाहिद हुसैन सैयद ने अमेरिका की अपनी पांच दिवसीय यात्रा की समाप्ति पर कहा, ‘हमें लगता है कि तनाव कम करने और पाकिस्तान पर बात करने के बजाय उसके साथ बातचीत शुरू करने के लिए भारत पर दबाव बनाने में अमेरिका की एक सकारात्मक भूमिका है।’
कश्मीर मामले पर एक अन्य दूत शजरा मंसब के साथ यहां आये सैयद ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का फोन करना इस बात का एक प्रतीक है और बाद में भी फोन पर बात हुई। इस प्रकार से फोन करने का उद्देश्य तनाव कम करना था।’
उन्होंने कहा कि मोदी, ‘उस भारतीय दिल्ली प्रतिष्ठान से नहीं है, जहां आपको हमेशा नाराज रहने वाले और शीत युद्ध वाली पुरानी मानसिकता वाले ऐसे वृद्धजन मिलते हैं जिनके चेहरे पर कोई मुस्कराहट नहीं होती, मोदी इस लिहाज से बाहर के व्यक्ति हैं।’ सैयद ने कहा, ‘मुझे लगता है कि दक्षेस सम्मेलन इस्लामाबाद में होगा। मोदी वहां जाएंगे और नवाज शरीफ से गले मिलेंगे। मुझे लगता है कि, कि मोदी को एहसास होगा कि यही आगे जाने का ठीक रास्ता है।’
भाषा की खबर के अनुसार, सैयद ने कहा, ‘मोदी में अचंभित करने की क्षमता है। उनके बारे में एक अच्छी बात यह है कि वह यू-टर्न लेने के मामले में बहुत लचीले हैं। इसलिए मुझे हमारे संबंधों में शायद आने वाले महीनों में एक अच्छे यू-टर्न की उम्मीद है और हम दक्षिण एशिया के साथ संबंधों में सुखद आश्चर्य देख सकते हैं, क्योंकि मोदी और शरीफ के बीच अच्छे संबंध हैं तथा मुझे लगता है कि मोदी अपने लोगों को इस यू-टर्न के लिए तैयार कर रहे हैंं।’