नई दिल्ली। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी ने गुरुवार(25 अगस्त) को कहा कि कश्मीर मुद्दे के हल के लिए भारतीय संविधान के दायरे में बातचीत उन्हें मंजूर नहीं है।
गिलानी ने फोन के जरिये दक्षिण कश्मीर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमें भारतीय संविधान बिल्कुल मंजूर नहीं है। इसलिए उसके दायरे में बातचीत का कोई सवाल ही नहीं उठता।
इस समय अपने घर में नजरबंद अलगाववादी नेता ने कश्मीर मुद्दे को लेकर बातचीत से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के दायरे में बातचीत कुछ नहीं, बल्कि समय की बर्बादी है और ऐसा पिछले सात दशकों से होता रहा है।