बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में छात्रों और रेजीडेंट डॉक्टरों के बीच झगड़े के बाद पूरे कैंपस में बवाल मच गया। गुस्साये छात्रों ने मनमानी करते हुए गाड़ियों में तोड़ फोड़ की और कई वाहनों में आग लगा दी।
छात्रों के अनुसार बीए द्वितीय वर्ष के छात्र शुभम तेवतिया अपने मित्र प्रभात उपाध्याय के साथ ड्रेसिंग के लिए ट्रॉमा सेंटर गए थे, जहां मौजूद डॉक्टर आपस में हंसी मज़ाक कर रहे थे। जिस पर छात्रों ने आपत्ति जताई तो उनका डॉक्टरों के साथ झगड़ा हो गया। छात्रों का आरोप है कि झगड़े में रेजीडेंट डॉक्टरों ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद छात्रों ने अपने 5-6 दोस्तों को घटनास्थल पर बुला लिया। आरोप है कि प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य, सुरक्षाकर्मियों, रेजीडेंट डॉक्टर और ट्रॉमा सेंटर के स्टाफ ने उनको जमकर पीटा और बंधक बना लिया।
इसके बाद छात्रों में रोष बढ़ गया और बिरला हॉस्टल के छात्रों ने ट्रोमा सेंटर पहुँच कर नारेबाजी शुरू कर दी। इसी बीच घायल छात्रों को सुंदरलाल अस्पताल ले जाया जाने लगा। वहाँ पीड़ित छात्रों इलाज चल रहा है।
फोर्स को लेकर बीएचयू पहुंचे एसएसपी की छात्रों के साथ गरमा गरमी हो गयी। जिसके बाद छात्र नारेबाजी करते हुए कैंपस पहुंचे जहां उन्होने तमाम गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी और कई वाहनों में आग लगा दी। इस आगजनी में धमाकों और फायरिंग की भी आवाज़ सुनी गयी। छात्रों ने हॉस्टल में घुसने वाले प्राक्टोरियल बोर्ड की टीम पर पथराव किया।
बहरहाल कैंपस में 19 थानों कि फोर्स और पीएससी तैनात कर दी गयी है। डीएम विजय किरन आनंद और एसएसपी आकाश कुलहरि देर रात तक बीएचयू कैंपस में ही मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने वीसी से वार्ता भी की। बवाल में कई छात्र गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। दूसरी तरफ घटना के विरोध में देर रात जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चल गए।