नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने शुक्रवार(9 सितंबर) को आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के विधायक शरद चौहान ने सदन की कार्यवाही के दौरान उन्हें ‘‘टुकड़े-टुकड़े कर देने’’ की धमकी दी। गुप्ता ने जब बख्रास्त मंत्री संदीप कुमार की सीडी से जुड़े विवाद पर बात की तो चौहान ने हस्तक्षेप किया और उन्हें उनसे कुछ कहते सुना गया। गुस्साए गुप्ता ने तत्काल सदन से बहिर्गमन किया और आरोप लगाया कि उन्हें चौहान ने धमकी दी।
उन्होंने बाहर निकलते समय कहा कि ‘‘मैं तत्काल पुलिस के पास शिकायत करूंगा।’’ बाद में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि गुप्ता चर्चा को जानबूझकर टाल रहे हैं। उन्होंने अध्यक्ष राम निवास गोयल से अपील की कि यदि गुप्ता सदन का अंदरूनी मामला पुलिस के पास लेकर जाते हैं तो उनके खिलाफ सदन की अवमानना की कार्यवाही शुरू की जाए।
अध्यक्ष ने भी एक बयान पढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पुलिस सदन के भीतर हुई किसी भी बात के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करे। गोयल ने कहा कि ‘मैं उपमुख्यमंत्री द्वारा उठाए गए अवमानना की कार्यवाही के मामले को सदन समिति के पास भेज रहा हूं।’
इस बीच गुप्ता ने कहा कि ‘‘अध्यक्ष ने चौहान के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया, जबकि उपमुख्यमंत्री सिसोदिया ने मुझे पुलिस को कॉल करने के लिए विवश करते हुए उनका अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन किया।’’
गुप्ता ने गोयल को लिखे पत्र में चौहान के खिलाफ प्राथमिकी की मांग की, ताकि पुलिस उनके जीवन की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सके। उन्होंने कहा कि ‘‘आप, सदन में मौजूद सभी मंत्री एवं विधायक इस बात के गवाह हैं कि चर्चा के दौरान रात करीब सात बजकर 40 मिनट पर, चौहान ने मुझे धमकी दी कि वह मेरे टुकड़े टुकड़े कर देंगे। इसलिए, इस बात की आशंका है कि मेरे जीवन को गंभीर खतरा है।’’