अखिलेश ने नए मंत्रियों को विभाग बांटे, चाचा शिवपाल के विभागों की कटौती

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अखिलेश सरकार

दिल्ली: उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार के नये मंत्रियों में आज विभागों का बंटवारा कर दिया गया। हाल में भ्रष्टाचार के आरोप में बख्रास्तगी के बाद मंत्रिमण्डल में फिर से शामिल किये गये तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापति को परिवहन महकमे की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। वहीं, वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल यादव से दो विभाग वापस लिये गये हैं।
राजभवन की ओर से यहां जारी एक बयान के अनुसार राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर मंत्रियों को विभागवार कार्य आवंटित कर दिया है। अखिलेश मंत्रिमण्डल का विस्तार गत 26 सितम्बर को किया गया था।

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राज्यपाल ने गायत्री प्रजापति को परिवहन विभाग, पूर्व में समाज कल्याण राज्यमंत्री रहे नरेन्द्र वर्मा को गन्ना विकास एवं चीनी मिल विभाग, पूर्व में स्वास्थ्य राज्यमंत्री रहे शंखलाल मांझी को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण एवं सैनिक कल्याण विभाग तथा व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के राज्यमंत्री रहे अभिषेक मिश्रा को इसी महकमे के काबीना मंत्री का पद सौंपा गया है।

इसके साथ ही राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव पर रेशम एवं वस्त्रोद्योग मंत्री महबूब अली को वर्तमान पद के साथ लघु सिंचाई विभाग का अतिरिक्त कार्यभार आवंटित किया है। इससे पहले, समाज कल्याण और लघु सिंचाई विभाग वरिष्ठ काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव के पास थे।

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मनोज कुमार पाण्डेय को इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, शिवाकांत ओझा को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जियाउद्दीन रिज़वी को पशुधन विभाग तथा कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रोन्नत किये गये पूर्व में परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) यासर शाह को कर एवं निबन्धन (व्यापार कर) विभाग का जिम्मा सौंपा है।

स्वास्थ्य और कर एवं निबन्धन विभाग पूर्व में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास थे।

इसके अलावा काबीना मंत्री बनाये गये स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्रियों रियाज अहमद और रविदास को उनके पुराने विभागों क्रमश: मत्स्य एवं सार्वजनिक उद्यम तथा परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग की ही जिम्मेदारी दी गयी है। मालूम हो कि गत 26 सितम्बर को अखिलेश मंत्रिमण्डल के आठवें विस्तार के तहत भ्रष्टाचार के आरोप में बख्रास्त किये गये पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति समेत चार मंत्रियों को शामिल किया गया था जबकि छह राज्य मंत्रियों को प्रोन्नति दी गयी थी।

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जियाउद्दीन रिजवी को गत जून में हुए कैबिनेट विस्तार में ही मंत्री बनाये गये थे, लेकिन ‘उमरा’ करने के लिये सउदी अरब में होने के कारण वह शपथ नहीं ले पाये थे।