स्वच्छता को लेकर किये गए वादों से दूर अलीगढ़ के एक गांव में गंदगी ने अपने पैर इतने पसारे हुए कि इस गांव में किसी का आना भी दुशवार हो गया है। गांव में मीट की फैक्ट्री की बदबू और गंदगी के कारण यहां कोई आना-जाना पसंद नहीं करता। और इसका बुरा असर गांव के युवा पर पढ़ रहा है। जिससे गांव के अधिकांश युवाओं की शादी भी नहीं हो पा रही है। गांव में 70 फीसदी युवा कुंवारे हैं। जिला मुख्यालय से महज 12 किमी दूर नगर निगम की सीमा के किनारे बसे तलासपुर गांव में कुंवारे युवाओं की भरमार है। ऐसा नहीं है युवाओं के शादी न होने के पीछे का कारण उनकी बेरोजगारी या पारिवारिक आर्थिक स्थिति कमजोर होना है। इन युवाओं के पास आय का अच्छा साधन भी है। पारिवारिक स्थिति भी बेहतर है फिर भी गांव में कुंवारे लड़कों की तादाद बहुत ज्यादा है।
तलासपुर गांव के रहने वाले युवा सद्दाम खान कहते हैं कि गंदगी से इलाके के लोगों को खासी परेशानी है, इलाके में बदबू का आलम इतना है कि राह चलते लोगों को मुंह ढककर निकलना पड़ता है। गंदगी की वजह से गांव में लोग रिश्ता करने नहीं आते। ग्रामीणों का कहना है कि तलासपुर में कुंवारे लड़के-लड़कियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी वजह मीट फैक्ट्री से फैल रही गंदगी है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। मुहम्मद सज्जाद का कहना है कि गांव में सबसे बड़ी समस्या गंदगी है। गंदगी से इलाके में बीमारियां ज्यादा रहती है। गांव के आसपास मीट फैक्ट्रियों की भरमार है। मीट फैक्ट्रियों का गंदा पानी गांव के किनारे गुजरने वाले नाले में जाता है। नाले मे बहाये जा रहे गंदे पानी के कारण इलाके मे गंदगी और बदबू है। इसी बदबू की वजह से लोग गांव में नहीं आते है। इतना ही नहीं युवाओं की शादी भी नहीं हो पा रही है।