समाजवादी पार्टी में कलह बढ़ती जा रही है। ताजा घटना क्रम में अखिलेश के समर्थन में पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह को चिट्ठी लिखने वाले एमएलसी उदयवीर सिंह को पार्टी से छह साल के लिए बाहर कर दिया गया है। अखिलेश के स्कूली दोस्त रहे उदयवीर ने मुलायम को लेटर लिखकर आरोप लगाया था कि अखिलेश की सौतेली मां उनके खिलाफ साजिश रच रही हैं। मुलायम की शनिवार को हुई बैठक में यह तय हो गया था कि परिवार और पार्टी के खिलाफ बोलने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और उनके भतीजे सीएम अखिलेश यादव के बीच खींचतान जारी है। यह खींचतान शनिवार को भी नजर आई। पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल और अखिलेश तीनों ने ही अपने-अपने वफादारों के साथ बैठकें कीं। शिवपाल ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें अखिलेश को भी बुलावा था। अखिलेश इसमें नहीं पहुंचे और अपने समर्थकों से मिलते रहे। इनमें वे समर्थक भी शामिल थे, जिनके खिलाफ कुछ दिन पहले शिवपाल ने बतौर प्रदेश अध्यक्ष कार्रवाई की थी।
मुलायम सिंह यादव ने भी अपने घर पर शनिवार को एक अहम बैठक की। पार्टी के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद बर्मा, रेवती रमण सिंह, नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा के साथ मुलायम ने बंद दरवाजे के पीछे बैठक की। माना जा रहा है कि यह बैठक पार्टी में जारी कलह और खींचतान को खत्म करने और विरोधियों के खिलाफ ऐक्शन का प्लान तैयार करने के लिए बुलाई गई थी। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में फैसला हुआ कि मुलायम उन लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आएंगे, जो पार्टी या परिवार के खिलाफ मुंह खोल रहे हैं। ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जाएगा।