मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चुनाव प्रचार का आगाज जिस विधानसभा क्षेत्र से किया है, उसे देखकर हर कोई हैरान है। प्रदेश में चुनाव के पहले चरण और दूसरे चरण के तहत पश्चिमी यूपी में मतदान होना है। ऐसे में ज्यादातर अन्य नेता इसी इलाके से अपने प्रचार की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन अखिलेश ने सुल्तानपुर सदर सीट से अपने कैंपेन की शुरुआत कर के सबको चौंका दिया। इस इलाके में पांचवे चरण के तहत वोट डाले जाएंगे। दरअसल, अखिलेश के ऐसा करने के पीछे एक खास वजह है।
राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि अखिलेश द्वारा प्रचार की शुरुआत के लिए इस सीट को चुनने की वजह यह हो सकती है कि इस विधानसभा क्षेत्र को साल 1969 से लकी माना जाता है। यह सीट इतनी ‘शुभ’ मानी जाती है कि जो पार्टी यहां से चुनाव जीतती है, वही यूपी की सत्ता पर काबिज होती है। 1969 में कांग्रेस से लेकर 2012 में समाजवादी पार्टी तक, यहां से जीतने वाली सभी पार्टियां प्रदेश में सरकार बनाने में सफल रही हैं। 2009 के परिसीमन से पहले इस सीट का नाम जयसिंहपुर था।
2012 में यहां से चुने गए सबसे युवा विधायक अरुण कुमार वर्मा कहते हैं कि उन्हें यहां मुख्यमंत्री अखिलेश की रैली होने की जानकारी सिर्फ तीन दिन पहले मिली। उन्होंने कहा, ‘मुझे आनन-फानन में रैली को सफल बनाने की काफी तैयारी करनी पड़ी।’