बिहार के गुंडाराज की बानगी बयां करते पटना किडनैपिंग केस में उस वक्त नया मोड आ गया। जब पुलिस ने पटना एयरपोर्ट से किडनेप दिल्ली के दो कारोबारी भाईयों को लखीसराए से छुड़ा लिया। पांच दिन पहले पटना एयरपोर्ट से अगवा किए गए दिल्ली के दो भाइयों को पुलिस ने जिले के चानान इलाके में जंगल से बरामद किया। अपहरणकर्ताओं ने दोनों भाईयों को रिहा करने की एवज में 4 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। बाताया जा रहा है कि दोनों भाईयों का अपहरण रंजीत डॉन ने किया था।
इस अपहरण मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है। एक अपराधी को हथियारों के साथ धरा गया है। अपराधियों के चंगुल से छूटे दोनों भाईयों ने बताया कि पांच दिनों से उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दिया जा रहा था, उनकी बेरहमी से पिटाई की जाती थी। पांच दिनों तक जंगल में हाथ पैर बांध कर रखा गया। सूखा भोजन दिया जाता था। और सबसे दर्दनाक बात ये है कि उन्हें शौच के लिए भी नहीं छोड़ा जाता था।
आपको बता दें कि दिल्ली के व्यापारी सुरेश शर्मा और कपिल शर्मा को बीती 21 अक्टूबर की शाम को अपहरणकर्ताओं ने पटना के एयरपोर्ट से अगवा कर लिया था। सुरेश और कपिल के पिता बाबूलाल शर्मा दिल्ली के एक बड़े मार्बल व्यवसाई हैं। उनका कारोबार दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक फैला हुआ है।
अपने दोनों बेटों के अपहरण की ख़बर सुनते ही शनिवार को बाबूलाल शर्मा पटना पहुंच गए थे और उन्होंने एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन में बेटों के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद पटना पुलिस हरकत में आई और दोनों भाइयों की बरामदगी के लिए पटना पुलिस ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम यानी SIT का गठन भी किया। बुधवार सुबह पटना पुलिस, लखीसराय पुलिस और स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने एक साझा ऑपरेशन के बाद दोनों भाईयों को चानान के जंगल से बरामद कर लिया।
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