नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने शुक्रवार(28 अक्टूबर) को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ‘‘लाचारी’’ या मुद्दों के बने रहने देने में भरोसा नहीं करती और केंद्र ने जिस दृढ़ता से काम किया कि उसका नतीजा निकला और पाकिस्तान को महसूस कराया गया कि भारत के खिलाफ आतंकवाद में उसकी संलिप्तता उस देश के लिए ‘‘असहनीय’’ हो गयी है।
जेटली ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘लोग चकित थे कि भारत सरकार ने ऐसा फैसला (सर्जिकल स्ट्राइक) किया और हमारे सशस्त्र बलों ने काफी कुशलता और देशभक्ति के साथ इसका कार्यान्वयन किया।’’ इसके पहले उन्हें आंध्र प्रदेश को विशेष विकास पैकेज दिए जाने के लिए सम्मानित किया गया।
उन्होंने कहा कि ‘‘हमने दो महीनों से ज्यादा समय तक कश्मीर में अब तक के सबसे गंभीर संकटों में से एक देखा। लेकिन आपके पास एक मजबूत नेता और केंद्र में एक मजबूत सरकार है जो ऐसा एक भी संकेत देने की इच्छुक नहीं थी कि वह राष्ट्रीय एकता की कीमत पर झुकने को तैयार है। दृढ़ता का नतीजा निकला।’’
जेटली ने कहा कि ‘‘पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अपने भूभाग के इस्तेमाल की अनुमति को नियमित गतिविधि बना लिया है। ऐतिहासिक रूप से, हमारा जवाब होता था कि हम इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाएंगे, कुछ राजनयिक पहल किए जाएंगे।’
वित्त मंत्री ने कहा कि ‘‘पहली बार, दिल्ली में ऐसी सरकार है, जिसने पड़ोसी देश से कहा है कि अगर आप भारत के खिलाफ आतंकवाद में संलिप्त हैं तो आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। और, आतंकवाद के लिए अपने भूभाग का उपयोग करने की अनुमति देना आपके लिए असहनीय होगा।’’