नई दिल्ली। जम्मू और कश्मीर में पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी के कारण लगातार हिमस्खलन की घटनाएं हो रही हैं। इन इलाकों में पहले ऐसी घटनाएं नहीं देखी गईं। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने हिमस्खलन में शहीद मेजर अमित सागर के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाने के दौरान रविवार(29 जनवरी) को ये बातें कहीं।
रावत ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन और भारी हथियारों के इस्तेमाल के चलते मिट्टी ढीली हो जाती है। जिसकी वजह से भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। सेना प्रमुख ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के चलते भी ग्लेशियर में दरारें पड़ रही हैं।
जनरल रावत ने कहा कि हिमस्खलन उन इलाकों में हो रहे हैं, जहां पहले इस तरह की घटनाएं ज्यादा नहीं हुई हैं। उन्होंने कहा कि आतंकियों और घुसपैठियों को रोकने के लिए हिमस्खलन के खतरे के बावजूद सैनिकों की तैनाती करनी पड़ती है।
आपको बता दें कि कश्मीर में पिछले सप्ताह से हिमस्खलन और हिमपात से जुड़ी घटनाओं में सेना के 15 जवानों समेत 21 लोगों की मौत हो चुकी है। रावत ने कहा कि राज्य में पिछले 72 घंटे से भारी बर्फबारी हो रही है और अगले दो से तीन दिन ऐसे ही हालात रहने की संभावना है।