गुजरात में डी कंपनी की आहट से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने राजकोट में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान चार शार्प शूटर्स को गिरफ्तार किया है, जिन्हें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम ने एक व्यापारी को मारने की सुपारी दी थी।
राजकोट पुलिस को खबर मिली थी कि एक प्राइवेट बस से चार लोग नासिक से राजकोट पहुंच रहे हैं। उनके पास हथियार भी है। इस सूचना के बाद पुलिस हरकत में आ गई। राजकोट से 30 किमी पहले ही कुवाडवा पुलिस स्टेशन के पास से पुलिस ने नीता ट्रेवल्स की एक बस को रोका।
पुलिस ने शनिवार को यहां 4 पाकिस्तानी शार्प शूटर को अरेस्ट किया। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए हैं। शार्प शूटर अहमदाबाद से राजकोट जाने वाली एक प्राइवेट ट्रैवेल्स की वॉल्वो बस में सवार थे। पूछताछ में पता चला है कि ये सभी दाऊद इब्राहिम की गैंग के मेंबर हैं। इन्हें जामनगर के एक कारोबारी का मर्डर करने के लिए 10 लाख रुपए की सुपारी दी गई थी।
डीसीपी एसआर ओडेडारा ने बताया, वे महाराष्ट्र से निजी बस से राजकोट आ रहे थे। हमें उनके बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। हम राजकोट-अहमदाबाद राजमार्ग पर कड़ी नजर रखे हुए थे।
इसी क्रम में जब बस रुकवाकर तलाशी लेने शुरू की तो चारों की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। रामदास का बड़ा आपराधिक इतिहास रहा है। वह कई वर्षों से डी गैंग के लिए काम कर रहा है। महाराष्ट्र में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले में दर्ज हैं।
राजकोट पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत के अनुसार, चारों ने जामनगर पहुंचकर एक वाहन चुराने का भी योजना बनाई थी, इसलिए वे फर्जी नंबर प्लेट साथ लाए थे। अनुपम के नेतृत्व में ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। ओडेडारा ने बताया, “2011 में अनीस के कहने पर ही उसने बिल्डर मनीष ढोलकिया के दफ्तर में फायरिग की थी। इसमें एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई थी।”