गिरफ्तार किया गए पूरन गुप्ता ने बताया कि वह डेटा बल्क में बेचता था। 50 हजार लोगों का डेटा बेचने के वह 10 से 20 हजार लेता था। बताया जा रहा है कि आरोपी ने डेटा मुंबई के एक सप्लायर से खरीदा था।
डेटा खरीदने वाले इसकी मदद से बैंक के कर्मचारी बन लोगों को फोन करते थे और उनको CVV नंबर और OTP शेयर करने को कहते थे। जिसकी मदद से वह बैंक अकाउंट से पैसे निकालने में सफल हो जाते थे। किसी भी बैंक अकाउंट होल्डर की सारी डिटेल्स होने के कारण लोग इस जाल में फंस जाते थे। इसके अलावा वह रिवॉर्ड पॉइंट्स, कार्ड ब्लॉक जैसे बहाने बना कर पासवर्ड निकलवा लेते थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पुलिस ने 6 अप्रैल को एक 80 साल की महिला के साथ ठगी के आरोप में आशीष कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि आशीष इससे पहले बैंक और वित्तीय संस्थानों में सेल्स एग्जिक्यूटिव पर भी कार्यरत रहा है। और 2013 में हेल्थ इंश्योरेंस बेचने के लिए टेलिकॉलिंग का काम शुरू किया था।