मोदी के एक कदम से पुरे देश में हड़कंप मच गई है जिसके चलते हर कोई गहरी चिंता में है कि इसका असर क्या होगा। दूसरी ओर अमेरिकी चुनावों के शुरुआती नतीजों में डॉनल्ड ट्रंप को मिलती बढ़त भी चर्चा का विषय बना हुआ है,जिसकी वजह से एशियाई मार्केट्स में गिरावट जारी है। जापान का Nikkei 2.4 प्रतिशत यानी 225 अंकों तक गिरा। साथ ही जापानी येन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूत हुआ है। वहीं दक्षिण कोरिया के बाजार भी 1.4 प्रतिशत तक गिर गया। ऑइल के दाम भी 2 प्रतिशत तक गिर गए हैं जिसके और नीचे जाने की संभावना है।
भारत के बाजार पर भी इस का असर पड़ना तय है। भारत सरकार ने बुधवार रात से ही 500 और 1000 रुपए के नोट्स को डीमोनेटाइज कर दिया है। सुबह बाजार जब खुलेगा तो शुरुआती झटके तय माने जा रहे हैं।
मंगलवार को कारोबार बंद होने के समय दलाल स्ट्रीट पर मूड सतर्कता और कुछ उत्साह से भरा था। उम्मीद जताई जा रही थी कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में हिलरी क्लिंटन की जीत होगी। मंगलवार को बाद में आई रैली में शेयरों और रुपये में मजबूती आई क्योंकि ट्रेडर्स ने इस उम्मीद पर बेयरिश दांव काटे कि डॉनल्ड ट्रंप को हिलरी हरा देंगी। फंड मैनेजरों ने कहा कि अमेरिका में पहली बार किसी महिला के राष्ट्रपति बनने से स्टॉक मार्केट में रैली आएगी।