दिल्ली:
दिल्ली पुलिस ने नेताओं, नौकरशाहों, उद्योगपतियों और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों की कॉरपोरेट कंपनी एस्सार फोन टैपिंग मामले में आरोपों की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है।
मामले में शिकायतकर्ता वकील सुरेन उप्पल को 10 सितंबर को दिल्ली पुलिस के विशेष जांच दल के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है।
उप्पल ने जून में दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर करके आरोप लगाया था कि एस्सार ने कुछ केंद्रीय मंत्रियों समेत कई हाई प्रोफाइल लोगों की फोन टैपिंग की। उन्होंने मामले में एस्सार समूह के खिलाफ पीएमओ का भी दरवाजा खटखटाया था।
वकील ने आरोप लगाया था कि एस्सार समूह ने अपने पूर्व सुरक्षा प्रमुख अल्बासित खान को अपने व्यापारिक प्रतिद्वंद्वियों की बातचीत टैप करने का आदेश दिया था, जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे।
जुलाई में गृह मंत्रालय ने दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा था कि उसने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया है कि उप्पल ने अपनी जनहित याचिका में जो आरोप लगाए हैं उसकी वह प्राथमिक जांच करे।
उन्होंने और कोई विवरण साझा करने से इंकार कर दिया।
संपर्क किए जाने पर उप्पल ने दावा किया कि उनके पास अपने आरोपों के समर्थन में लॉग बुक, हाथ से लिखे गए नोट के साथ-साथ कुछ शीर्ष नेताओं और अन्य हाई प्रोफाइल लोगों की रिकॉर्डिंग जैसे दस्तावेजी साक्ष्य हैं कि कॉरपोरेट कंपनी 2001 से 2005 के बीच फोन टैपिंग में शामिल थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जांच में शामिल होने और खुद को पुलिस कमिटी के समक्ष दी गई तारीख और समय पर पेश करने को तैयार हूं। मुझे अभी एक पत्र मिला है, जिसमें मुझसे जांच में शामिल होने को कहा गया है। मेरे पास कुछ सीडी समेत कई दस्तावेजी साक्ष्य हैं, जिसे मैंने अब तक किसी को नहीं दिया है।’’ सूत्रों ने कहा कि विशेष आयुक्त के नेतृत्व वाली एसआईटी के प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद एक मामला दायर करने की उम्मीद है।
पांच सदस्यीय एसआईटी के कई लोगों को जांच में शामिल होने को कहने की संभावना है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दो सितंबर को उप्पल को भेजे गए पत्र में पुलिस उपायुक्त ने उनसे एसआईटी द्वारा की जा रही जांच में शामिल होने को कहा है।