शुक्रवार को फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर सचिन बंसल ने अपने सीईओ पद से निष्कासित होने को लेकर एक बड़ा खुलासा किया। उन्होने बताया कि परफॉर्मेंस खराब होने के चलते ही उन्हें सीईओ के पद से हटा दिया गया। सचिन ने बेंगलुरू स्थित टाउन हॉल मीटिंग में इम्पलॉइज से बातचीत की। उन्होने इम्पलॉइज को भरोसा दिलाया है कि सभी के परफॉर्मेंस को समान मापदंडों के आधार पर आंका जा रहा है। किसी के साथ गलत नहीं होगा।
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दरअसल, मीटिंग में इम्पलॉइज ने सचिन से पूछा था कि मैनेजमेंट के फैसले यदि गलत असर डालते हैं तो इसका नतीजा वे क्यों भुगतें..? इस पर सचिन बोले‘यह बात कंपनी में सभी पर लागू होती है। मुझे भी परफॉरमेंस के चलते सीईओ के पद से हटा दिया गया था। यह फैसला मेरिट के आधार पर हुआ था। मैनेजमेंट टीम को भी इससे छूट नहीं मिलने वाली।’ सचिन के इस जवाब से टाउन हॉल में मौजूद खराब प्रदर्शन से परेशान इम्पलॉइज के चेहरे पर खुशी छा गई। माहौल खुशनुमा हो गया। सभी ने ताली बजाकर सचिन का स्वागत किया।
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बता दें कि जनवरी में फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल ने बतौर सीईओ सचिन की जगह ली थी और सचिन को एग्जिक्यूटिव चेयरमैन बनाया गया था। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने पिछले ही महीने घोषणा की थी कि वह अंडर-परफॉर्म करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देगी। ऐसे कर्मचारियों की संख्या करीब 300 बताई जा रही है। इसके बाद से ही इम्पलॉइज परेशान हो गए थे।
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हालांकि कंपनी इस साल घाटे में रही, साथ ही म्यूचुअल फंड्स में भी घाटा हुआ है। कई एग्जिक्यूटिव्स ने कंपनी छोड़ दी। स्टॉफ में भी कमी की गई। ऐसे में विशेषज्ञ, बंसल के बयान को रणनीतिक कदम के तौर पर देख रहे हैं। ताकि कर्मचारियों का भरोसा जीत सकें और हौसला अफजाई हो सके। वहीं फ्लिपकार्ट ने बयान जारी कर कहा है ‘कंपनी में खुला और पारदर्शी माहौल है। हम इस तरह की चर्चा करते रहते हैं।’