नई दिल्ली। केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्किल इण्डिया, स्टार्टअप इण्डिया, मेक इन इण्डिया की पहल से देश अब इस्पात के उत्पादनों में दिसम्बर, 2016 तक जापान एवं अमेरिका से ऊपर उठकर विश्व में दूसरे नम्बर पर आ जाएगा।
लघु उद्योग भारती इण्डिया इण्डस्ट्रियल फेयर-2016 के पॉवर एण्ड एन्वायरमेन्ट सेमिनार कार्यक्रम के अवसर पर चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारा देश प्रधानमंत्री की इन योजनाओं के तहत औद्योगिक क्षेत्र में सबसे कम उत्पादन लागत में विश्व में पहले नम्बर पर आ जाएगा।
उन्होंने बताया कि हमारे देश में 20 करोड़ युवाओं को अगर कौशल विकास के माध्यम से उत्पादन क्षेत्र में लगाया जाये तो रोजगार उपलब्ध होंगे। साथ ही उत्पादन लागत में भी कमी आएगी। हमारी अर्थव्यवस्था को ओर मजबूत बनाने के लिए उत्पादन में निरन्तर वृद्धि करने की योजनाएं बनानी होगी।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि 1 स्टील कम्पनी को बनाने में 6 हजार करोड़ रूपये का खर्चा होता है, जबकि छोटी ईकाईयों को अगर प्रोत्साहित किया जाये तो रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे तथा उत्पादन लागत में भी कमी आएगी।
उन्होंने छोटे उद्यमियों को प्राथमिकता मिलें, कौशल विकास के लिए जो भी आवेदन करें उन्हें प्राथमिकता मिलें। ‘मैं अपने विभाग में आप सभी को अपने सुझावों के साथ आमंत्रित करता हूं, आए और अपने सुझावों के साथ आगे बढ़ें।’
उन्होंने कहा कि हमारे देश में सब कुछ उपलब्ध होने के बावजूद आर्थिक स सभ्यता पर किसी भी प्रकार की कोई पहल नहीं की गई। आज भी हमारे देश में 60 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है, लेकिन जो विकसित देश है वो केवल रिसर्च एवं डेवलपमेन्ट पर ही अपने देश की जीडीपी को बढ़ाये रखते है, इस ओर हम सभी को भी कुछ कदम बढ़ाने होंगे।