इंफोसिस के नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और ग़ैर स्वतंत्र निदेशक नंदन नीलेकणी अपने नए कार्यकाल के लिए कंपनी से सैलेरी नहीं लेंगे। सह संस्थापक और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदन नीलेकणी का इस कंपनी में 0.93 प्रतिशत शेयर धारक हैं।
कंपनी ने BSE (बंबई स्टॉक एक्सचेंज) को जानकारी देते हुए बताया, ‘आख़िरी बार 2010 में उन्होंने 34 लाख़ रुपये मेहनताना के तौर पर लिया था।’
बता दें कि नंदन नीलेकणी को 24 अगस्त को विशाल सिक्का के अचानक इस्तीफ़ा देने के बाद इंफ़ोसिस के नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन के तौर पर नियुक्त किए गया है।